
कर्नल हार्लंड सैंडर्स आज एक अरबपति हैं। KFC Chicken कंपनी के रूप से लोगो मे दिखाई देने वाली शख्सियत के रूप में जाने जाते हैं। इन्होने यह कामयाबी हासिल करने से पहले तक़रीबन 1009 बार नाकामयाबी पाई थी पर फिर भी वो रुके नहीं, हताश नहीं हुए और आज उन्होंने साबित कर दिया की कोशिश करने वालो की कभी हार नहीं होती।
कर्नल हार्लंड सैंडर्स का
एक रेस्टोरेंट का
बिज़नस था। एक
बार किसी कारण
से कर्नल सैंडर्स
का चलता हुआ
बिज़नस बंद हो
गया। उनकी उम्र
उस वक्त 65 वर्ष
थी और उनका
सब कुछ उस
बिज़नस के साथ
खत्म हो गया
था।
सैंडर्स को अपना
जीवन चलाने के
लिए काम की
जरूरत थी। उनके
रेस्टोरेंट में फ्राइड
चिकेन रेसिपी बहुत
फेमस थी। अतः
उन्होने अपनी रेसिपी
को किसी अन्य
रेस्टोरेंट को बेचने
का सोचा। लेकिन
सैंडर्स को हर
तरफ से ना
ही मिली।
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कोई भी रेस्टोरेंट
फ्राइड चिकेन नहीं बनाना
चाहता था। लेकिन
सैंडर्स ने हार
नहीं मानी, उन्हें
अपने चिकेन एक्सपरिमेंटस
पर पूरा भरोसा
था। वे लगातार
कोशिश करते रहे
और अंततः 1009 बार
रिजेक्शन झेलने के बाद
एक होटल ने
उनकी फ्रेंचाइजी ले
ली। लगातार कोशिश
के बाद जब
वे 60 साल की
उम्र के थे
तब उन्हें ज़िन्दगी
में पहली कामयाबी
मिली।
सैंडर्स की रेसिपी
से होटल की
बिक्री तेज़ी से बढ़ने
लगी। देखादेखी कई
होटल ने उनकी
फ्रेंचाइजी खरीद ली
और इस प्रकार
सैंडर्स का फ्राइड
चिकेन धीरे धीरे
दुनिया भर में
प्रसिद्ध हो गया।
सैंडर्स ने अपनी
आयु के उस
मुकाम पर सफलता
पायी जब अधिकांश
लोग प्रयास करना
छोड़ चुके होते
हैं।
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अधिकतर लोग 60 के बाद
रिटायरमेंट प्लान करते हैं
लेकिन सैंडर्स ने
ये साबित कर
दिया कि मजबूत
इरादों के आगे
उम्र भी घुटने
टेक देती है।
दोस्तों अपने लक्ष्य
को पाने के
लिए सदैव तत्पर
रहें और प्रयास
करना कभी ना
छोड़े।